एशिया (Asia) में चीन (China) की दादागिरी बढ़ती जा रही है। इससे चीन के पड़ोसी मुल्कों समेत अमेरिका (America) भी परेशान है। इससे निपटने लिए अमेरिका अब एशिया में मिसाइलों का जाल बिछाने जा रहा है। अमेरिकी सरकार ने इसके लिए 27.4 बिलियन डॉलर का बजट रखा है। इस राशि का इस्तेमाल इंडो पैसिफिक थिएटर कमांड (Indo-Pacific theater Command) को स्थापित करने में किया जाएगा। पैसिफिक डिटरेंस इनिशिएटिव के तहत इस थिएटर कमांड को लेकर अमेरिकी इंडो-पैसिफिक थिएटर कमांड ने एक विस्तृत प्रपोजल कांग्रेस को सौंपा है। कांग्रेस से मंजूरी मिलने के बाद अमेरिका चीन को एशिया में मात देने के लिए पूरी तैयार लेगा। यहां मिसाइलों की एक लंबी चेन को स्थापित किया जाएगा। वहीं, जिन जगहों से इस चेन को गुजारा जाएगा, वहां कुछ देश ऐसे भी हो सकते हैं, जहां अमेरिकी सेना पहले से ही मौजूद है। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि प्रशांत महासागर में स्थित अमेरिका के गुआम बेस के जरिए भी चीन को घेरा जाएगा। अपने दुश्मनों को काउंटर करने के लिए अमेरिका फर्स्ट आईलैंड चेन के रूप में अंतरराष्ट्रीय डेटलाइन के पश्चिम में मिसाइलों के सटीक-स्ट्राइक नेटवर्क के साथ एक इंट्रीग्रेटेड ज्वाइंट फोर्स की स्थापना करेगा। वहीं, सेकेंड आईलैंड चेन में एयर मिसाइल डिफेंस सिस्टम मौजूद होगा। फर्स्ट आईलैंड चेन में ताइवान, ओकिनावा और फिलीपींस सहित अन्य द्वीपों का एक समूह शामिल है। दूसरी ओर बीजिंग अपनी एंटी एक्सेस और एरिया डिनाएल पॉलिसी के तहत अमेरिकी फौज को इस क्षेत्र से खदेड़ने का काम करता है।